FROM THE BANKS OF GANGA(गंगा के तीर से .... )
Thursday 17 May 2012
जमी तो अम्बर की ताक में लगी रहती है
अम्बर तो झुक नहीं सकता
पर जमी ही चट्टान बन मिलने की फिराक में लगी रहती है .......
prabhu....
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